-सेवाओं के साथ सतगुरु के दर्शनों से प्राप्त कर रहे सकून
होशियारपुर, 8 अक्तूबर : निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज की छत्रछाया में संत निरंकारी मिशन का अन्तराष्ट्रीय निरंकारी संत समागम 28,29,30 अक्तूबर को समालखा के अध्यात्मिक स्थल पर आयोजित होने जा रहा है। इस समागम की सेवाओं का शुभारंभ निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज व निरंकारी राजपिता रमित जी ने अपने कर कमलों से कर दिया था, जिसके बाद देश व विदेशों से बड़ी संख्या में रोजाना ही श्रद्धालु पहुंच कर सेवाओं में जूट गए। इन सेवाओं में श्रद्धालु उत्साहपूर्वक लगे हुए है। सेवाओं के दौरान सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के दर्शनों के साथ सकून प्राप्त कर रहे है।
उल्लेखनीय है कि 76वें अन्तराष्ट्रीय निरंकारी संत समागम का विषय सकून शांति अर्न्त मन है, जिसको लेकर विभिन्न वक्ता कविताएं, गीत, कव्वालियां, विचारों से ब्रह्मज्ञान प्राप्त कर के परमात्मा का अहसास करते हुए सकून हासिल करने का संदेश देंगे। तीनों दिन समागम के अंत में निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज श्रद्धालुओं को आर्शीवाद देते हुए मानवता को संदेश देंगे। आज का इंसान शांति व सकून की प्राप्ति के दौड़ लगा रहा है लेकिन इंसान शांति व सकून का रास्ता छोड़कर अशांति के मार्ग पर चल रहा है। संतो महापुरुषों ने सदा ही सकून व शांति का स्त्रोत ब्रह्मज्ञान को ही बताया है और निरंकारी सत्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज यहीं संदेश जन जन तक पहुंचा रहे है। निरंकारी संत समागम में भी यही संदेश मिलता है। इस समागम के दौरान लाखों करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु विभिन्न बोलियों वेशभूषाओं के होकर भी एक माला में पिरो कर एकजुटता से मिशन के संदेश कर्म रूप में देते है क्योंकि जब इंसान ब्रह्मज्ञान हासिल कर लेता है तो उसे सभी में इस परमात्मा का रूप नजर आने लग जाता है कोई बेगाना नजर नहीं आता।